बच्चे अपने शिक्षक को बड़े ध्यान से देखते हैं। हो सकता है कि शिक्षक जो कहे, विद्यार्थी उससे चूक जाएं, लेकिन आप जिस तरह से हैं, उससे जुड़ा कोई भी पहलू उनसे छूट नहीं सकता।
आपको किसी की कही बात पर विश्वास करने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन साथ ही आपमें दूसरों की बात सुनने, उनके सामने सवाल उठाने या अपनी आपत्ति दर्ज करने के लिए जरूरी सम्मान और सभी को साथ लेकर चलने का भाव होना चाहिए। ये बातें हर इंसान को सीखनी चाहिए। समाज में हमारे आसपास जो कुछ भी हो रहा है, उसे लेकर एक सम्मानजनक तरीके से सवाल करना बेहद जरूरी है और यही चीज आध्यात्मिक जिज्ञासा का भी बुनियादी तत्व है। अगर आप सिर्फ अपने जीवनयापन के लिए पढ़ाई नहीं कर रहे, तो किसी भी सच्चे विद्यार्थी के लिए आध्यात्मिक प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण है। इसी तरह से अध्यापकों को भी एक खास तरह से तैयार किये जाने की जरूरत है। योग आपको अपनी सीमाओं से परे ले जाने के लिए है। योग का मतलब मिलन या एकाकार है। विद्यार्थियों व शिक्षकों के बीच खास तरह का एकाकार हुए बिना शिक्षा संभव ही नहीं है।
यहां तक कि भौतिक स्तर पर भी शिक्षकों को लचीला होना चाहिए। आपका बाहरी व्यक्तित्व निश्चित तौर पर बच्चों की नजरों में एक अलग असर पैदा करता है। योग का एक लाभ यह है कि इसके लिए किसी उपकरण की जरूरत नहीं होती। एक बार जब आप इसके बुनियादी तत्व को सीख लेते हैं तो फिर आप खुद इसे अपने आप कर सकते हैं।
अभी तक हम लोग सिर्फ बच्चों को शिक्षित करने के बारे में सोचते रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण चीज है कि शिक्षकों को लगातार विकसित होना चाहिए और निखरते रहना चाहिए।
इस तथ्य के चलते कि भारत का एक बड़ा हिस्सा आज भी दरिद्र है, यह और भी जरूरी हो जाता है कि स्वास्थ्य, सबके कल्याण व मानसिक दक्षता के लिए योग की मदद ली जाए। मैं कई गलत कारणों से योग से जुड़ा, लेकिन इसने चमत्कारिक ढंग से मेरी भलाई की। यही तो इस अस्तित्व या जीवन की खूबी है कि आपके इरादे चाहें जो भी हों, लेकिन अगर आप सही चीज करेंगे तो आपके साथ सही चीजें ही घटित होंगी। योग विज्ञान का मतलब ही है अपने शरीर और मन को अच्छी तरह से समझना और यह जानना कि कैसे उनका सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल किया जाए। बच्चों में उत्साह और जोश कुछ ऐसा होता है कि आपको उन्हें संभालने के लिए दस लोगों की ऊर्जा की जरूरत होती है। खासकर एक शिक्षक के तौर पर जब आपको सौ बच्चे संभालने हों तो आपको सुपर ऊर्जा की जरूरत होती है। इसके लिए आपको योग की जरूरत है।
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