पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों के देहांत की तिथि को श्राद्ध कराने का प्रावधान है, लेकिन यदि आप वो तिथि या दिन भूल गए हैं तो आप पितृ पक्ष की अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या पूजा करा के लाभ प्राप्त कर सकते हैं । पूर्वजों का श्राद्ध न करने पर पितर, पितृ योनि से प्रेत योनि में आ जाते हैं । अतः अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए व स्वयं के पितृ दोष निवारण के लिए पितृ पक्ष में श्राद्ध कराना अत्यंत आवश्यक होता है ।
लाभ-
पितरों की मुक्ति व पितृ दोष का होगा निवारण
सभी पूर्वज होंगे प्रसन्न
मिलेगी पारिवारिक शांति
सुख साधन तथा धन धान्य की होगी प्राप्ति
मिलेगी आपके मन को शांति
आकस्मिक बीमारियों से मिलेगी मुक्ति
वंश वृद्धि में नही आएगी कोई रूकावट
No comments:
Post a Comment